भारतरत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटलबिहारी वाजपेयी के स्मृति में हिन्दी भवन द्वारा ‘भावांजलि सभा’ का आयोजन मंगलवार, 21 अगस्त, 2018 को हिन्दी भवन में किया गया।
जिसमें श्री विनय विनम्र, सीता सागर, चिराग जैन, रसिक गुप्ता, पी. के. आजाद, अशोक स्वतंत्र, मंजू शाक्या, कीर्ति काले, सचिन अग्रवाल, शंभु शिखर, महेन्द्र शर्मा एवं महुआ महक आदि हास्य कवि सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि पिछले नो वर्ष से अटलजी बिल्कुल निष्क्रिय थे, लेकिन जो अपार जनसमूह उनकी शवयात्रा में उमड़ा मेरे विचार से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शवयात्रा में उमड़ा था। हिन्दी भवन के मंत्री एवं वरिष्ठ व्यंग्य कवि डॉ. गोविन्द व्यास ने अटलजी से संबंधित संस्मरण सुनाते हुए कहा कि आज हिन्दी भवन उस सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति की भावांजलि सभा कर रहा है, जिन्होंने अपने कर कमलों से हिन्दी भवन सभागार का उद्घाटन किया था। हिन्दी का एक योग्य पुत्र जिसने अपने सत्ता के शीर्ष पर पहुंचकर भी अपने व्यवहार का व्याकरण नहीं बदला।
भावांजलि सभा का संचालन श्री जयप्रकाश कर्दम ने किया।