हिन्दी के प्रखर व्यंग्यकार, प्रेस, रेडियो,टी.वी.,विज्ञापन और फिल्मों के सफल लेखक श्री मनोहरश्याम जोशी को चौथा ‘व्यंग्यश्री सम्मान’ माननीय प्रधानमंत्री श्री अटलबिहारी वाजपेयी द्वारा प्रदान किया गया। 9 अगस्त, 1933 को अजमेर में जन्मे जोशीजी ने लखनऊ विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक किया। रोजी-रोटी की खातिर छात्र जीवन से ही लेखक बन गए। खेल-कूद से लेकर दर्शनशास्त्र तक कोई ऐसा विषय नहीं जिस पर उन्होंने कलम न उठाई हो। जहां उन्होंने ‘हम लोग’, ‘बुनियाद’, ‘मुंगेरीलाल के हसीन सपने’ और ‘कक्काजी कहिन’ जैसे लोकप्रिय टी. वी. धारावाहिक लिखे, वहीं ‘कुरु-कुरु स्वाहा’,’कसप’,’हरिया हरकुलिस की हैरानी’ जैसे महत्वपूर्ण उपन्यास और ‘नेताजी कहिन’ जैसा धारदार व्यंग्य-स्तंभ का भी लेखन किया। ‘व्यंग्यश्री सम्मान’ समारोह-2000 की अध्यक्षता योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री कृष्णचंद्र पंत ने की और सान्निध्य रहा हिन्दी भवन न्यास के अध्यक्ष श्री धर्मवीर (आई.सी.एस.) का।